Thursday, 18 May 2017

'बेटी न मारा ओ दाज्यू हो म्यारा, गर्भ भितेरा बेटी न मारा'

‘बेटी न मारा ओ दाज्यू हो म्यारा, गर्भ भितेरा बेटी न मारा’
::अच्छी पहल ::
-लोकगायक प्रह्लाद मेहरा ने गीत से दिया बेटी बचाने का मार्मिक संदेश
-दाज्यू और भौजी को संबोधित कुमाऊंनी गीत यूट्यूब पर जारी

तड़क भड़क से हटकर वास्तविक लोक संगीत के लिए काम करने वाले सुप्रसिद्ध लोक गायक प्रह्लाद मेहरा इस दिशा में एक और कड़ी जोड़ी है। लोक गायक मेहरा ने अपने हालिया गीत ‘गर्भ भितेर बेटी न मार’ के जरिए बेटियों को बचाने की मार्मिक अपील की है। गाने में शब्दों और भावों को ऐसे पिरोया है कि सुनने वाला किसी गहराई में उतरता चला जाता है।
लोकगायक प्रह्लाद मेहरा के गीतों में समाज के लिए कोई न कोई सार्थक संदेश होता है। चांदनी इंटरप्राइजेज के बैनर तले गायक प्रह्लाद मेहरा का नया गीत आया है। दाज्यू और भौजी को संबोधित गीत में गायक मेहरा ने कन्या भ्रूण हत्या नहीं करने की अपील की है। गीत के बोल ‘बेटी न मारा ओ दाज्यू हो म्यारा, गर्भ भितेरा बेटी न मारा, लिंग जांच करूंण भारी जुलूमा, भौजी हो मेरी जुल्म न करा’ किसी को भी झकझोर सकते हैं। आगे की पंक्तियां कहती हैं कि बेटा भाग्य से होता है, जबकि बेटियां सौभाग्य से जन्म लेती हैं। चेलों से अधिक मायादार चेलियां होती हैं, तो भौजी फिर च्याल-चेलियों में फरक क्यों? बढ़ते लिंगानुपात पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि भौजी अगर चेलियां ही नहीं होंगी तो फिर ब्वारी (बहू) कहां से लाओगी? नवीन टोलिया के सहयोग से निर्मित गीत को गायक प्रह्लाद मेहरा ने खुद लिखा है।

जल्द वीडियो रूप में आएगा गीत :
मेहरा ने बताया कि दो साल से इस गीत की रिकॉर्डिंग का विचार चल रहा था। अब सपना साकार हुआ है। कहते हैं बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान से उन्हें इस गीत को लिखने की प्रेरणा मिली। उम्मीद है इसका असर दिखेगा। अगली कोशिश गीत को वीडियो रूप में लाने की है।


घाम छाया लै गीत को मिली सराहना :
चांदनी इंटरप्राइजेज की हालिया एलबम ‘घाम छाया लै’ को लोगों ने खूब सराहा है। एलबम के शीर्षक गीत घाम छाया लै, आंग गल्यो पसीने लै मन माया लै.. को गायक प्रह्लाद मेहरा और गायिका मीना राणा ने गाया है। 14 अप्रैल को यूट्यूब पर अपलोड गीत को अब तक 27, 614 लोग देख चुके हैं। 

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