Monday, 8 October 2018

अभिनय के लिए द्वारपाल और नंदी छोड़ आए खाना

पर्दे के पीछे की लीला : लाइव

लीला पर्दे के आगे ही नहीं पीछे भी होती है। कक्षा सात में पढऩे वाला अभिषेक व आठवीं का दीपक स्कूल से लौटने ही रामलीला मैदान पहुंच गए हैं। वह सीधे डे्रसिंग रूम पहुंचते हैं। दोपहर के दो बजने में अभी कुछ मिनट बाकी हैं, लेकिन कलाकारों का मेकअप शुरू हो गया है। साथियों को तैयार देख अभिषेक व दीपक मेकअप आर्टिस्टों की तरफ लपकते हैं। पिछली पंक्ति में बैठा दीपक साथियों से कहना है आज स्कूल था तो आने में देर हो गई। खाना भी नहीं खा पाया। जवाब में अभिषेक कुछ कहता, हाथ में ब्रश थामे गोस्वामी अंकल बोल पड़े, अब किसी अन्य कलाकार को तैयार नहीं किया जाएगा।

उत्साहित दिख रहे अभिषेक और दीपक के चेहरे पर अब थोड़ी चिंता दिखने लगी है। गोस्वामी अंकल अपने साथी गब्बर और ठाकुर की तरफ इशारा करते हुए कहते हैं- देखो, अब किसी को तैयार मत करना। जो लिस्ट हमें मिली थी उसके अनुसार रावण सेना के लिए चार राक्षस व ऋषि-मुनि के किरदार के लिए चार पात्र तैयार हो गए हैं। यह सुन अभिषेक बाहर की तरफ चला गया। बाहर कुछ लोग स्टेज की सजावट में लगे हैं।
बाहर की तरफ गया अभिषेक पात्र जुटाने की जिम्मेदारी देख रहे अंकल को ड्रेसिंग रूम में ले आया। अभिषेक देरी से आने की मजबूरी बताते हुए कहता है उसे रोल करना है। कुछ सोचने के बाद दीपक, अभिषेक को द्वारपाल व हेमंत को नंदी का रोल देने की सहमति बनती है। तीनों मेकअप आर्टिस्ट के सामने तैयार होने के लिए बैठ जाते हैं। तीनों के चेहरे पर जीत की चमक बिखर चुकी है। गोस्वामी अंकल कहते हैं थोड़ी जल्दी हाथ चलाएं, साढ़े चार बजे से लीला शुरू हो जाएगी।
इधर, ड्रेसिंग रूम में अब थोड़ी रोनक बढऩे लगी है। करीब २५-३० वर्षों से शहर की प्राचीन रामलीला से जुड़े मेकअप आर्टिस्ट नरेश गोस्वामी, गब्बर गौड़, ठाकुर विश्व प्रकाश पहले किरदार निभाते थे। अब पर्दे के पीछे रहकर राम सेवा करते हैं।
(- रामलीला के ड्रेसिंग रूम से गणेश पांडे)

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