Wednesday, 22 January 2020

विवाह आमंत्रण के साथ 'अमन' और पर्यावरण संरक्षण का पैगाम


पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए कुमाऊं के एक परिवार ने शादी के कार्ड के साथ गमलों में लगे गुलाब के पौधे भेंट कर 250 लोगों को निमंत्रण भेजा है। गमलों में सजे बारोमासी गुलाब के फूल पर्यावरण संरक्षण का पैगाम देने के साथ सकारात्मक पहल की खुशबू बिखेर रहे हैं।ऊधमसिंह नगर जिले के खटीमा के रहने वाले 27 वर्षीय अमन अग्रवाल मारवाड़ी का विवाह चार फरवरी को होना है। दुल्हन ममता का परिवार भी खटीमा में रहता है। अमन बताते हैं छह माह पहले उनकी सगाई हुई। शादी के बहाने समाज को सकारात्मक संदेश देने की मंशा थी। पहले सीड पेपर पर कार्ड प्रिंट करने का विचार आया। बाद में पौधे भेंट करने का प्लान किया और नर्सरी से बारोमासी गुलाब के पेपर बैग वाले गमले खरीद कर घर पर रख लिए। गमलों को आकर्षक रूप देने के लिए सिल्वर पेपर लपेट दिया। अमन के दोस्त रचित अग्रवाल घर-घर जाकर गमले के साथ स्नेह आमंत्रण दे रहे हैं।



मारवाड़ी भाषा में छपवाया कार्ड
मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले अमन के पिता रामानंद अग्रवाल खटीमा आकर बस गए। किराना की दुकान चलाने वाले पिता के आग्रह पर शादी कार्ड को मारवाड़ी भाषा में तैयार किया गया। बीटेक की शिक्षा लेने वाले अमन ग्राफिक डिजाइनर वकविता लेखन का शौक रखते हैं और पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्यरत हैं।

स्टूडेंट्स को अभियान से जोड़ा
अमन प्राइवेट स्कूल में शिक्षक होने के साथ खुद का कोचिंग संस्थान चलाते हैं। संस्थान के 250 स्टूडेंट्स ने एक-एक गमले की सिल्वर पेपर से पैकिंग की। अमन बताते हैं स्टूडेंट्स को जोडऩे का मकसद उनके मस्तिष्क में पर्यावरण की चेतना जगाना था।

गूगल को दे चुके सुझाव
अमन क्रिएटिविटी के लिए जाने जाते हैं। पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक 'मैती आंदोलन' पर दो साल पहले तैयार फेसबुक फ्रेम को काफी सराहना मिली। जिसके चलते जुलाई 2017 में अमन को गुडग़ांव स्थित गूगल आफिस में सोशल साइट व वेबसाइट से विज्ञापनों के जरिये आमदनी बढ़ाने पर सुझाव देने का मौका मिला था।

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